बुलेट ट्रेन क्या है?

भारत में बुलेट ट्रैन चलने की बात जबसे प्रधानमंत्री ने कहीं है तबसे लोगो के बीच एक सवाल है की बुलेट ट्रैन क्या है? तो अगर आप जानना चाहते है की बुलेट ट्रैन क्या है तो हमारा ये आर्टिकल आखिरी तक पढ़े क्यूंकि हम आपको बुलेट ट्रैन के बारे में सब कुछ आसान भासा में समझाने वाले है।

Bullet Train क्या है?

बुलेट ट्रैन से हमारा मतलब हाई स्पीड ट्रेन से होता है। हिंदी में, बुलेट ट्रैन को तीव्र गति रेल बोलते है। किसी भी नयी रेल पटरी पे ट्रैन अगर 250 किलोमीटर प्रति घंटा से तेज़ चलती है तो उसको हाई स्पीड ट्रैन बोला जाता है।

पहली हाई स्पीड रेल जापान में बनी थी और उन्होंने इसको बुलेट ट्रैन बोला, इसलिए कई देशो में हाई स्पीड रेल को बुलेट ट्रैन के नाम से ही जाना जाता है। हमारे देश में हाई स्पीड रेल जापान की मदद से ही बन रही है इसलिए इसको बुलेट ट्रैन के नाम से जानना बिलकुल सही है।

हाई स्पीड रेल का नाम बुलेट ट्रैन इसलिए रखा गया क्यूंकि ये बन्दूक की गोली की तरह पल भर में आँखों से ओझल हो जाती है। और बन्दूक की  गोली को अंग्रेजी में बुलेट बोलते है। असल में इन दोनों की रफ़्तार में बहुत जायदा फरक होता है, बन्दूक की गोली लगभग 7 से 8 गुना तेज़ होती है बुलेट ट्रैन से।

Bullet Train की कुछ विशेषताएं

बुलेट ट्रेन में आम ट्रेनों की तुलना में जायदा सुविधाय दी जाती है क्यूंकि इसमें आम तौर पर हाई क्लास लोग ही ट्रेवल करते है। तो उनकी यात्रा को सुखमयी बनाने के लिए अलग से धायण दिया जाता है। इसमें सेफ्टी और आराम का अलग से ध्यान दिया जाता है।

बुलेट ट्रेन के अंदर रोटेटिंग सीट्स होएंगी जो किसी भी दिशा में घूम जाएंगी। हालाँकि ये सीट्स बिज़नेस क्लास में ही होएंगी जिसका पूरी ट्रेन में एक ही डिब्बा लगेगा। बिज़नेस क्लास में स्टाफ रूम की अलग से सुविधा होगी और साथ में  फ्रीज़, गरम पानी, कॉफ़ी मेकर, चाय मेकर, पर्सनल टॉवल जैसी सुविधा भी मिलेंगी।

इसके सिवा बुलेट ट्रेन में एक मल्टी-पर्पस रूम भी होगा जिसमे बीमार लोगो के लिए अलग से बेड होगा, बच्चे को दूध पिलाने के जगह होगी। इसके सिवा और भी चीज़ो का ध्यान दिया गया है जैसे की फिजिकली डिसेबल्ड लोगो के लिए अलग से टॉयलेट और उनकी चेयर के अलग से जगह।

Bullet Train के क्या फायदे है?

बुलेट ट्रेन बनाने के बहुत फायदे है। इससे भारत को एक नयी रफ़्तार मिलेगी और दुनिया में भारत की छवि भड़ेगी। तो चलिए नीचे बुलेट ट्रेन से होने Advantages को देखते है।

1) आर्थिक तेज़ी 

बुलेट ट्रैन बस खुद ही तेज़ नहीं चलती है बल्कि ये देश की अर्थव्यवस्था को भी तेज़ी देती है। बुलेट ट्रैन की मदद से अक्सर दो बड़े शहरो को जोड़ा जाता है जिसके कारण दो शहरो के बीच लेन-देन और बिज़नेस बढ़ जाता है। लोग आसानी से ट्रेवल कर पाते है और हवाई जहाज की तरह दिक्कत भी नहीं होती। ख़राब मौसम में भी बुलेट ट्रैन को चलाया जा सकता है जिसकी वजह से हर मौसम में दो शहर जुड़े रहते है।

2) जायदा बैठने की छमता

बुलेट ट्रैन में एक बार में जायदा लोग बैठ सकते है जबकि हवाई जहाज में मात्र 250 के लगभग लोग बैठ सकते है। हालाँकि कुछ हवाई जहाज बड़े भी होते है जिसमे 800 से जायदा लोग बैठ सकते है लेकिन अभी हम आम तौर पे पाए जाने वाले हवाई जहाज की बात कर रहे है।

3) सबसे शांत परिवहन 

अगर आप ट्रैन में बैठे होएंगे तो देखा होगा उसमे काफी कम्पन रहता है चाहे आप कितने भी अच्छे AC कोच में चले जाए और आवाज भी बहुत होती है। ऐसे ही  हवाई जहाज में भी कई बार मौसम के कारण झटको का सामना करना पड़ता है। पर बुलेट ट्रैन में कोई कम्पन नहीं होता ना ही शोर शराबा ऐसा इसलिए क्यूंकि ये पटरी से उठ के चलती है मैगनेटिक लेविटेशन का इस्तेमाल करते हुए।

4) देरी की समस्या ख़तम 

हमने अक्सर देखा है की ट्रैन अपने निर्धारित समय से देरी चलती है और भारत में तो ये आम है। और अगर ठण्ड का मौसम आ जाये तो ट्रैन एक एक दिन देरी से चलने लगती है। लेकिन अब हम आपको एक खास बात बताये जापान की बुलेट ट्रैन कभी भी 30 सेकंड से जायदा लेट नहीं होती है और ये देरी भी इसलिए आती है क्यूंकि जापान में हर रोज भूकंप आता है जिसके चलते कई बार ट्रैन धीरे करनी पड़ जाती है। जापान की ट्रैन पूरी दुनिया में सबसे जायदा समय से चलती है क्यूंकि हमारी बुलेट ट्रेन भी जापान बना रहा है इसलिए अब हमारे यहाँ भी ये समस्या ख़तम हो जाएगी।

5) मध्यम दूरी के लिए सबसे बेहतर

अगर हम देखे तो हर यातायात परिवहन के कुछ फायदे होते है। अगर हम आराम से लेट के जाना चाहते है तो इंडियन रेलवे सबसे बेस्ट है क्यूंकि उससे जायदा आराम दायक कुछ नहीं। अगर हमे बहुत लम्बी दूरी तय करनी है तो हवाई जहाज सबसे अच्छा रहता है क्यूंकि वो सबसे जल्दी पहुंचाता है। लेकिन दूरी अगर कुछ सौ किलोमीटर हो तो बुलेट ट्रैन सबसे बेस्ट रहती है क्यूंकि ये सबसे कम समय में पंहुचा देती है और ऐसा इसलिए क्यूंकि यहाँ हमे एयरपोर्ट की तरह 2-3 घंटे पहले नहीं पहुंचना पड़ता है।

बुलेट ट्रैन के क्या नुक्सान है?

वैसे तो बुलेट ट्रेन का कोई नुक्सान नहीं है लेकिन बुलेट ट्रेन से जुड़ी कुछ बातें जो दिक्कत बांके सामने कड़ी हो जाती है। तो चलिए नीचे बुलेट ट्रेन के Disadvantages को देखते है। 

1) बुलेट ट्रेन बनाने की कीमत

सबसे बड़ी परेशानी बुलेट ट्रेन में उसको बनाने में आने वाली लागात है। ये कीमत आम ट्रेन की तुलना में बहुत जायदा होती है। बुलेट ट्रेन का 1 किलोमीटर का कॉरिडोर बनाने में लगभग 100 करोड़ रुपये लग जाते है। और इसकी मेंटेनेंस में बहुत पैसे लगते है।

2) महंगी टिकट

बुलेट ट्रेन की टिकट का महंगा होना लाज़मी है जब उसे बनाने और मेंटेनेंस में इतना जायदा पैसा लगेगा। अनुमान के हिसाब से अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन की टिकट की कीमत 3000 रपये से 5000 रुपये के बीच रखी जाएगी। इस टिकट को बस अपर मिडिल क्लास और रिच क्लास ही अफ़्फोर्ड कर पायेगा। और भारत की जनसंख्या का बड़ा तबका इसमें चलने से रह जायेगा। 

Bullet Train - FAQs

तो चलिए अब बुलेट ट्रेन से जुड़े कुछ आम सवाल और उनके उत्तर जानने की कोशिश करते है। अगर आपके मन में कोई सवाल हो जिसका उत्तर आपको नीचे ना मिला हो तो हमे नीचे कमेंट में पूछ ले हम जल्द से जल्द उसका उत्तर आपको देंगे।

Q. भारत की सबसे तेज गति वाली ट्रेन?

A. भारत में अभी कोई भी बुलेट ट्रेन नहीं है इसलिए सबसे तेज़ चलने वाली ट्रेन की स्पीड काफ़ी कम है। भारत में इस समय सबसे तेज़ चलने वाली ट्रेन का नाम गतिमान एक्सप्रेस है जो 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से दिल्ली और आगरा के बीच चलती है।

Q. बुलेट ट्रेन की स्पीड कितनी होती है?

A. किसी ट्रेन को बुलेट ट्रेन की श्रेणी में आने के लिए कम से कम 200 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से चलना पड़ता है। अगर पुरानी पटरी पे ट्रेन 200 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से तेज़ चल रही है तो उसे बुलेट ट्रेन बोलने लगते है। वहीँ अगर नयी पटरी डाली गयी है तो ट्रेन को 250 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से तेज़ चलना होगा तभी वो बुलेट ट्रेन की श्रेणी में आएगी। हालाँकि सबसे तेज़ चलने वाली बुलेट ट्रेन की रफ़्तार लगभग 431 किलोमीटर प्रति घंटा है।

Q. दुनिया में किस-किस देश में बुलेट ट्रेन है?

A. ऐसे कई देश है जहाँ बुलेट ट्रेन चलती है। जिनमे बेल्जियम, चीन, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, मोरक्को, नेदरलैंड, पोलैंड, रूस, सऊदी अरबिया, साउथ कोरिया, स्पेन, स्वीडन, ताइवान, उज़्बेकिस्तान, टर्की, यूनाइटेड किंगडम और यूनाइटेड स्टेट्स शामिल है।

Q. भारत में बुलेट ट्रेन कब तक चलेगी?

A. ये हमारे देश के लिए बहुत अच्छी बात है की भारत में बुलेट ट्रेन का निर्माण हो रहा है। भारत में बुलेट ट्रेन बनाने का निर्णय मोदी सरकार के अंतर्गत 2016 में लिया गया। भारत की पहली बुलेट ट्रेन 2026 तक चल पायेगी क्यूंकि बुलेट ट्रेन के लिए लोगो से ज़मीन लेने में बहुत दिक्कत आ रही है। भारत की पहली बुलेट ट्रेन हमे मुंबई और अहमदाबाद के बीच देखने को मिलेगी।

Q. पहली बार बुलेट ट्रेन कब और कहां चली?

A. पहली बार बुलेट ट्रेन 1964 में जापान में चलायी गयी थी। ये ट्रेन टोकयो और ओसाका के चलायी गयी थी जिसकी वजह से 6 घंटे 40 मिनट का सफर 3 घंटे 10 मिनट का रह गया था।

Q. दुनिया की सबसे तेज गति वाली ट्रेन कौनसी है?

A. दुनिया की सबसे तेज़ चलने वाली ट्रेन का नाम शंघाई मैग्लेव है। ये चीन की एक बुलेट ट्रेन है जो शंघाई के हवाई अड्डे से शंघाई के बाहरी इलाके में लॉन्गयांग मेट्रो स्टेशन तक जाती है। इसकी रफ़्तार 431 किलोमीटर प्रति घंटा है और 30 किलोमटेरे की दूसरी 7 मिनट के अंदर तय कर लेती है।

आज क्या ज्ञान पाया

तो आज हमने जाना की बुलेट ट्रेन क्या है? साथ में हमने बुलेट ट्रेन के Advantages और Disadvantages के बारे में भी जाना। इतना ही नहीं हमने बुलेट ट्रेन की विशेषताए भी जानने की कोशिश की।
अगर अब भी आपके मन में किसी भी तरह का प्रशन हो तो हमे नीचे कमेंट में जरूर बताये। हम आपके प्रशन का जल्द से जल्द उत्तर देने का प्रयास करेंगे।
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Rahul Singh
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