खुशी क्या है? ख़ुशी को अपने जीवन का हिस्सा कैसे बनाये

हर कोई अपने जीवन में ख़ुशी तो पाना चाहता है लेकिन उसने शायद ही कभी सोचा हो की आखिर ख़ुशी क्या है? ख़ुशी एक भावनात्मक स्थिति है जिसकी वजह से इसको शब्दों में व्यक्त करने में हमेशा से दिक्कत हुई है लेकिन इसको हर्ष, संतुष्टि, संतोष और तृप्ति जैसी चीज़ों से जोड़ा जाता है।

सभी लोगो के हिसाब से ख़ुशी की अलग-अलग परिभाषाएँ है, लेकिन इसे हमेशा एक सकारात्मक भावना के रूप में देखा जाता है, फिर उसका मतलब चाहे जीवन में संतुष्टि से होये या उल्लास से भरे जीवन से। ख़ुशी को ज्यादातर हम एक पल के रूप में देखते है - जैसे किसी के बरसात के बाद कहने से की आज में बहुत खुश हूँ तो वो इंसान हमें उस समय अपने को महसूस होने वाली भावना को बता रहा है।

Khushi Kya Hai

एक चश्मा पहनी खुश लड़की आसमान की ओर देखती हुई।

सद्‌गुरु के हिसाब से ख़ुशी क्या है?

सद्‌गुरु के हिसाब से समस्या ये है की हम वैसे नहीं हो पते जैसे हम चाहते है। लोग तनाव और दुःख को अपने जीवन का एक हिस्सा मान चुके है। जबकि तनाव जीवन का हिस्सा नहीं है और ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग अपने शरीर, मन, भावनाओ और जीवन उर्जाओं को मैनेज करना नहीं जानते। और आपके साथ सब कुछ संयोग से हो रहा है। 

एक खुशहाल व्यक्ति कैसे बने?

कुछ लोग हमेशा खुश रहते है इसका मतलब ये नहीं की उनके जीवन में कोई समस्या नहीं है या उनके जीवन में कोई तनाव नहीं है। बल्कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि खुश रहना उनकी आदत में होता है वह चाह के भी ज्यादा देर तनाव में नहीं रह सकते।

जीवन में संतुष्टि के एक अध्ययन में पाया गया की 50% लोग बस केवल आनुवंशिकी (Genetics) के कारण ही खुश थे, 40% अपनी व्यक्तिगत गतिविधियों के कारण, और केवल 10% लोग बाहरी घटनाओं की वजह से खुश थे।

तो हो सकता है आपके आनुवंशिकी (Genetics) के कारण आपने जीवन ख़ुशी का स्तर थोड़ा काम हो लेकिन आप कुछ ऐसी चीज़े कर सकते है जो आपको खुश करती होये और आपके जीवन को एक पूर्णता की ओर ले जाता होये। हमेशा  खुश रहने है उनके जीवन में भी कुछ पल ऐसे आते है जब वह खुश नहीं होते, इसलिए अगर आप भी ऐसे दौर से गुजर रहे है तो बिलकुल  भी परेशान होने की जरूरत नहीं है।

नियमित व्यायाम करें

हमें बचपन से पढ़ाया जाता है की हमें रोज सुबह व्यायाम करना चाइये क्योंकि ये हमारी सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। व्यायाम आपके शरीर और दिमाग दोनों को चुस्त दुरुस्त रखता है।

जो लोग व्यायाम करते है उन्हें हमेशा अच्छी मनोदशा में देखा गया है क्यों शारीरिक गतिविधि के कारण खून का अच्छा संचारण होता है ओर आपकी मांसपेशियों में बढ़ावा होता है जिसकी वजह से आप ऊर्जावान महसूस करते है।

कई लोगों में ऐसा पाया गया है की नियमित व्यायाम अवसाद (Depression) के लक्षणों को दूर करने में भूमिका निभाता है। साथ ही सबूत यह भी बताते हैं कि यह लोगों को खुश करने में भी मदद कर सकता है।

Rahul Singh
Hey, I'm Rahul Singh, a tech enthusiast who loves staying up to date with the latest gadgets and cutting-edge technologies. In my free time, I enjoy reading biographies, as I find the lives of accomplished individuals to be incredibly inspiring. I believe blogging is the perfect way to combine my two passions and share my knowledge with all of you.

Related Posts