5G क्या है? इंडिया में 5G कब आएगा?

क्या आप जानते है की 5G क्या है? और 5G कैसे दुनिया को बदल देगी? अगर नहीं तो आज का आर्टिकल बहुत ही मज्रदार होने वाला है. क्यूंकि आज हम ऐसी से सम्बंधित बातो में बात करेंगे.भले ही आपने 5G का नाम नहीं सुना हो परन्तु 4G का नाम तो सब ही ने सुना होगा. ये जितने भी 2G 3G 4G और 5G है ये असल में मोबाइल नेटवर्क की अलग अलग जनरेशन है. इंटरनेट की शुरुवात 1969 में हुई थी और जब ही से हम लगातार इंटरनेट की स्पीड बढ़ने की कोशिश कर रहे है. क्यूजंकी जायदा तेज़ इंटरनेट स्पीड के साथ हम बेहतर तरीके से कनेक्ट हो पाएंगे. लोगो की बीच की दूरियां मि जाएँगी.

5G क्या है?

5G, 5th जनरेशन मोबाइल नेटवर्क है. ये 4G के बाद आने वाला एक ग्लोबल वायरलेस स्टैण्डर्ड है. 5ग को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है की इससे सभी मचिनेस इंटरनेट पे कनेक्ट हो पाए.
5G को इस हिसाब से तैयार किया गया है की इसकी स्पीड हमेशा कई Gbps में रहे और बहुत काम लेटेंसी (Latency) होये. इसके सिवा ये भी ध्यान में रखा गया है की बहुत ही सरे Users एक साथ कनेक्ट हो पाए. क्यूंकि अब हमारा मुख्या उद्द्श्ये इंडस्ट्रीज को कनेक्ट करने का है.

5G के क्या फायदे हैं?

5G से बहुत ही जायदा फायदे होने वाले है। हमारी दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी देखते ही देखते। सबसे बड़ा इसका फायदा डाटा कलेक्शन और लेटेंसी से जुड़ी समस्याओं में होगा। तो चलिए नीचे 5G से होने वाले कुछ Advantages देखते है :
  • इसके जरिये सभी देवीकेस एक ही प्लेटफार्म पे कनेक्ट किया जा सकता है. 
  • ये बहुत ही जायदा प्रवाभि और कुशल है.
  • बहुत ही अछ्छी अपलोड और डाउनलोड स्पीड का होना.
  • 5G के जरिये उसेर्स को सुपेर्विसिओं टूल्स प्रोवाइड कर सकते है जिससे वो बहुत जल्द एक्शन ले सकते हैं.
  • इसका बहुत ही बड़ा फायदा ब्राडकास्टिंग में होने वाला है. 
  • 5G की मदद से स्पेस एक्सप्लोरेशन को भादवा मिलेगा. लोग जायदा से जायदा डिजिटल टेलिस्कोप का फायदा ले पाएंगे.
  • इसकी मदद से किसी खोये हुए इंसान या वास्तु को ढूंढ़ना बहुत आसान हो जायेगा. 
  • इतना ही नहीं इसकी मदद से हम भवसिया से क्लोज्ड सरफेस में वेटर भी कण्ट्रोल कर सकते है.
  • बहुत ही बड़ा फायदा इसका नेचुरल डिजास्टर का जल्दी पता लगाने में होगा में होगा.

5G के क्या नुकसान हैं?

वैसे तो 5G से होने वाले बहुत ही जायदा फायदे है, लेकिन हर टेक्नोलॉजी से जुड़े कुछ नुक्सान भी होते है। ऊपर हमने देखा की कैसे ५ग हमारी दुनिया को बदल देगा, लेकिन फिर भी इसके कुछ नुक्सान हो सकते है जिन्हे हम अब देखेंगे। 5G अभी बहुत ही नया टॉपिक है और इसपे लगातार रिसर्च भी चल रही है जिससे इसको और बेहतर बनाया जा सके। तो चलिए अब नीचे 5G से होने वाले Dis-Advantages देखते है :-
  • 5G की सबसे बड़ी प्रॉब्लम ये है की इसको Set Up करना महत ही मेहेंगा पड़ता है, क्यूंकि 5G टावर की रेंज बहुत ही जायदा कम होती है।  जिसकी वजह से पूरी दुनिया में 5G इंटरनेट देना ना मुमकिन जैसा है। 5G इंटरनेट को शायद हम जायदा पापुलेशन वाली जगह ही देख पाए, जैसे की बड़े शहर, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, शहरो के मुख्या मज़ार, आदि।
  • दुसरी सबसे बड़ी परेशानी है इंफ्रास्ट्रक्चर की। 5G के लिए पुरानी सभी डिवाइस Outdated होएंगी, मतलब हमको नयी डिवाइस लेनी पड़ेंगी जिससे वो 5G सपोर्ट कर पाए। अमीर और डेवलप्ड नेशन सहायद ऐसा कर भी पाए लेकिन लेकिन छोटे देशो के लिए ये एक बहुत ही बड़ी चुनौती होएगी। हो सकता है हम कभी भी इसको पूरी तरह से साकार होते हुए ना देख पाए।
  • इंटरनेट पे एक प्रॉब्लम हमेशा बानी रही है, और वो है Security की। हर रोज लाखों अटैक होते है इंटरनेट से जुड़ी डिवाइस पे हैकर्स के द्वारा। ऐसे में अगर हम 5G की मदद से और जायदा डिवाइस जोड़ देंगे वो भी बेहतर स्पीड से तो हैकर्स का काम और आसान हो जायेगा। इसलिए हमे 5G से पहले Safety का ध्यान रखना चाइये। ऐसे में Anti-Virus और Digital Security Companies के लिए अच्छा मौका है। 

5G के क्या Applications हैं?

5G का असर हमारी दुनिया पे बहुत जायदा पड़ने वाला है। क्यूंकि एक तरफ हमने Quantum कंप्यूटर तैयार कर लिया है और वहीँ अब 5G की वजह से हमारी डाटा कलेक्ट करने की स्पीड भी बढ़ जाएगी, जिसकी वजह से हम बहुत ही बड़े पैमाने पे डाटा प्रोसेस कर पाएंगे। तो चलिए अब हम देखते है की 5G के क्या Applications होएंगे हमारी दुनिया मे -

1) इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (IoT)

5G का इस्तेमाल करते हुए हम इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (IoT) का सपना पूरा होते हुए देख रहे है। पहली बार इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स की बात १९९९ में की गयी थी लेकिन उस समय इतनी टेक्नोलॉजी नहीं थी की इसको पूरा करा जा सके। इसको पूरा करने में सबसे बड़ी परेशानी इंटरनेट की जायदा लेटेंसी (Latency) और कम नेटवर्क कैपेसिटी थी। लेकिन इस कमी को 5G ने पूरा कर दिया है क्यूंकि 5G की कम लेटेंसी (1ms से कम) और हाई नेटवर्क कैपेसिटी देता है। IoT का इस्तेमाल करते हुए Industries पूरी तरह से बदल जाएँगी और हम प्रोडक्शन अच्छे से कण्ट्रोल कर पाएंगे।

2) ब्रॉडबैंड जैसी मोबाइल सर्विस

एक समय था जब अच्छे इंटरनेट के लिए सब ब्रॉडबैंड इंटरनेट का इस्तेमाल करते थे। क्यूंकि ब्रॉडबैंड में बहुत ही अच्छी स्पीड आती थी और मौसम का कोई कोई फरक नहीं पड़ता था। लेकिन अब हम ऐसे ही स्पीड मोबाइल पे भी ले पाएंगे क्यूंकि अब जल्द ही मोबाइल नेटवर्क प्रोवाइडर्स 5G लांच करने वाले है। हालाँकि भारत में आते आते इसको थोड़ा टाइम लग जायेगा। लेकिंन कोरिया और USA जैसे डेवलप्ड देशो में इसपे बड़ी तेज़ी से टेस्टिंग चल रही है। अब लोग मिनटो में पूरी की पूरी मूवी डाउनलोड कर सकते है वो भी HD में, साथ ही कहीं भी गेम खेल सकते है क्यूंकि 5G में पिंग (Ping) बहुत ही अच्छा आएगा।

3) आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI)

हम लोग बहुत तेज़ी से आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) की तरफ बढ़ रहे है। ऐसे में हमको बहुत बड़े डाटा कलेक्शन की जरुरत पड़ेगी क्यूंकि आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस में मशीन पुराने डाटा का इस्तेमाल करते हुए अपने आप और स्मार्ट बनाती है। इसका इस्तेमाल हम बहुत ही बड़े स्तर पे रोड्स पे देखेंगे। जैसा की हम देख सकते है अपने आप चलने वाली कार (Tesla) तो आ ही गई है जो सेंसर्स का इस्तेमाल करती है। भविस्य में कार आपस में कनेक्ट हुआ करेंगी और ट्रैफिक लाइट्स भी उनसे कनेक्ट हुआ करेंगी जिससे जाम ना लगे और साथ में मैप्स भी। तो 5G और AI की मदद से शायद हम हमेशा के लिए जाम जैसी समस्या से बच जाए। 

4) एज कम्प्यूटिंग (Edge Computing)

अगर आप एज कंप्यूटिंग (Edge Computing) का मतलब समझना चाहते है तो आपको 'सिलिकॉन वैली' टीवी सीरीज देखनी चाइये। इसके अंदर रिचर्ड हेंड्रिक्स एक कंपनी खोलता है डाटा कम्प्रेशन और एज कंप्यूटिंग से संभंधित। एज कंप्यूटिंग में हम डाटा को एक सर्वर Server पे  रखने की जगह कई जगह बाँट देते है। जिससे की डाटा एक्सेस करने की स्पीड बढ़ जाती है।

इंडिया में 5G कब आएगा?

क्या आप भी इसी इंतज़ार में बैठे है की इंडिया में 5G कब आएगा? जिससे आप बिना Buffering के मूवीज देख सके और गेम खेल सके। अगर हम देखे तो इंडिया थोड़ा पीछे रह गया है 5G की दौड़ में। चीन, साउथ कोरिया, और USA सबसे आगे है 5G के इंफ्रास्ट्रक्चर में। देखने वाली बात तो ये होएगी की भारत भी और देशो जैसा तेज़ 5G दे पाता है या नहीं। 
वैसे तो 5G भारत में 2021 के अंत तक आना था लेकिन कोरोना वायरस के चलते काफी काम समय से पीछे हो गए है जिसके चलते शायद हमे भारत में 5G 2022 में ही देखने को मिले। हालाँकि 2022 में बस शुरुवात होगी तो बस कुछ ही प्लेसेस पे 5G नेटवर्क होगा। और फिर इंफ्रास्टक्टर मजबूत होते होते 2 से 3 साल और निकल जाएँगी।

5G - FAQs (Frequently Asked Questions)

Q. क्या 5G मोबाइल फ़ोन भारत में आ चुके है?

A. जी हाँ, 5G मोबाइल फ़ोन भारत में आ चुके है। आप आज ही अपने लिए 5G मोबाइल फ़ोन ले सकते है अमेज़न या फ्लिपकार्ट जैसी eCommerce वेबसाइटस से। 5G मोबाइल फ़ोन्स ढूंढ़ने के लिए गूगल पे टाइप करे '5G Mobile Phones'।

Q. भारत में 5G कब तक आएगा?

A. भारत में 5G आते आते 2022 हो जाएगी, अभी इसके ऊपर काम चल रहा है। भारत सरकार स्पेक्ट्रम आवंटित करेगी कंपनियों को और कम्पनिया टावर्स लगाएंगी जिसमे थोड़ा समय लगेगा।

आज क्या ज्ञान पाया

तो आज हमने जाना की 5G क्या है? साथ ही हमने ये भी जाना की 5G भारत में कब तक आएगा? और कैसे हम 5G का इस्तेमाल कर पाएंगे अपनी दुनिया को बेहतर बनाने में। इसके अलावा हमने 5G के फायदे और नुक्सान भी जाने।
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Rahul Singh
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