एप्पल का नाम तो सभी ने सुना होगा, क्यूंकि एक दिन सबको iPhone जो खरीदना होता है। पर क्या आप जानते है की iOS क्या है? अगर नहीं तो यह आर्टिकल आखिरी तक जरूर पढ़े क्यूंकि iOS एप्पल से जुड़ा हुआ है।
iOS एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसपे एप्पल के iPhone चलते है। ये बिलकुल उसी तरह है जिस तरह गूगल का एंड्राइड है। सब मोबाइल कम्पनिया एंड्राइड का इस्तेमाल करके बाजार में अपने अपने मोबाइल लांच करती है। लेकिन एप्पल एंड्राइड का इस्तेमाल ना करते हुए खुद का बनाया हुआ iOS ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल करता है।
अगर हम देखे तो एप्पल के प्रोडक्ट्स का लोगो के बीच एक अलग ही क्रेज है। और ऐसा होने की कई वजह है जैसे की डिज़ाइन, नई फीचर्स, स्टेटस सिंबल, सिक्योरिटी और तेज़ ऑपरेटिंग सिस्टम। एप्पल की कामयाभी में हाथ उसके सॉफ्टवेयर का भी है जो फ़ोन को बहुत ही Smoothly चलाता है और बेहतर सिक्योरिटी भी देता है।
शुरू में iOS का इस्तेमाल एप्पल के कई प्रोडक्ट्स में होता था लेकिन बाद में एप्पल ने अपनी हर अलग डिवाइस केटेगरी के लिए एक नया ऑपरेटिंग सिस्टम लांच किया। जैसे की एप्पल के कंप्यूटर में मैक का इस्तेमाल होता है, Apple iPad में iPadOS का, Apple Watch में watchOS का, Apple iPod में iPodOS का और Apple TV के लिए tvOS।
एप्पल एक क्लोज इकोसिस्टम को फॉलो करता है। मतलब आप उसमे कुछ भी कहीं से भी नहीं दाल सकते है। अगर आपको कोई App इनस्टॉल करनी है तो आपको वो एप्पल App Store से ही डाउनलोड करनी पड़ेगी। एप्पल ऐसा इसलिए करता है क्यूंकि कई बार लोग बाहर से गलत Apps दाल लेते है जिसके वजह से फ़ोन की सिक्योरिटी को खतरा रहता है।
एप्पल ने अपना ऑपरेटिंग सिस्टम भी खुद बनाया क्यूंकि वो हार्डवेयर का बेस्ट इस्तेमाल करना चाहते थे। और आप देख भी सकते है की एंड्राइड फ़ोन्स में RAM कितनी जायदा आती और वहीँ एप्पल iPhone में कितनी कम और फिर भी iPhone तेज़ चलता है बिना अटके या गरम हुए।
तो चलिए अब हम आज के अपने आर्टिकल पे चलते है की iOS क्या है? आज के आर्टिकल में हम iOS के इतिहास के बारे में जानेंगे और उसके अलग अलग versions के बारे जानेंगे। इस तरह से आप लोगो को iOS की संपूर्ण जानकारी हो जाएगी।
iOS क्या है?
iOS के Versions
iPhone OS 1
iPhone OS 2
iPhone OS 3
iOS 4
iOS 5
iOS 6
iOS 7
iOS 7 को 2013 में रिलीज़ किया गया था और इसके साथ AirDrop और TouchID जैसे फीचर्स लांच किये गए थे। एयरड्रॉप की मदद से आप वायरलेस तरीके फाइल्स ट्रांसफर कर सकते है। इसकी मदद से आप फाइल ना ही एक मोबाइल से दुसरे मोबाइल पे ट्रांसफर कर सकते है बल्कि एक मोबाइल से एप्पल के कंप्यूटर के भी ट्रांसफर कर सकते है।
वहीँ TouchID एक इलेक्ट्रॉनिक फिंगरप्रिंट Recognition फीचर है, जिसकी मदद से आप Devices को अनलॉक कर सकते है। इस फीचर का इस्तेमाल बस डिवाइस को अनलॉक करने के लिए नहीं होता है बल्कि कुछ Apps को खोलने और डिजिटल मीडिया स्टोर्स से कुछ खरीदने के लिए भी होता है। साथ ही इसका इस्तेमाल Apple Pay में भी होता है जिससे की Transaction प्रोसेस जायदा सिक्योर बन सके।
iOS 8
iOS 8 को 2014 में रिलीज़ किया गया था। इसके साथ एप्पल ने Apple Pay लांच किया था जो की एक बहुत ही महत्वपूर्ण सर्विस है एप्पल कंपनी की। और इतना ही नहीं इसके साथ एप्पल म्यूजिक सब्सक्रिप्शन लांच किया गया जो की एप्पल के रेवेनुए के काफी बड़े सोर्स बने।
ड्रॉपबॉक्स को देखते हुए एप्पल ने भी क्लाउड सर्विस में कूदना का सोचा और अपना iCloud इस iOS के लांच किया। अगर हम देखे तो ये तीनो बहुत ही अच्छे साबित हुए है एप्पल कंपनी के लिए।
iOS 9
iOS 9 में कोई बड़े फीचर्स नहीं जोड़े गए, बल्कि इस iOS Version में एप्पल का मुख्य फोकस इस बात पे था की iOS को वापस सबसे बेहतर, सबसे तेज़ और सबसे सुरक्षित कैसे बनाये। इसलिए इसमें दिखने वाले कोई भी बदलाव नहीं थे बल्कि असली काम डेवलपर की साइड में हुए थे, मतलब की iOS के कोड में।
इस iOS को आगे के iOS Version के लिए फाउंडेशन बनाया गया जिससे आगे बड़े बदलाव कर सके। इसके सिवा इसमें कोई फीचर्स भी जोड़े गए जैसे की एक नयी News App ने नवसस्टैंड को Replace किया, और Night Shift Mode जोड़ा गया जिसकी मदद से ब्लू लाइट को कम किया जा सकता था। ब्लू लाइट कम करने से रात के समय में आखों पे कम जोर पड़ता है क्यूंकि हमारी आँखें वार्मर कलर्स की आदि है क्यूंकि सूरज की रौशनी एक वार्म कलर है। साथ में इसमें Low Power Mode भी जोड़ा गया जिससे फ़ोन कम बैटरी होने पे फ़ोन की बैटरी को बचा साके और लम्बे समय तक साथ दे साके। Low Power Mode में सभी अनावश्यक Apps और फीचर्स काम करना बंद कर देते है और बैटरी को बचाते है।
iOS 10
iOS 10 को 2016 में लांच किया गया था एप्पल iPhone 7 के साथ। इस iOS में जो मुख्या फीचर्स जोड़े गए थे वो थे इंटरऑपरेबिलिटी और Customization का। इंटरऑपरेबिलिटी का मतलब है की एक App दूसरी App के कुछ फीचर इस्तेमाल कर सकती है बिना उसे खोले हुए। इसकी वजह से अब दो Apps आपस डायरेक्टली कम्यूनिकेट कर सकती है बिना किसी परेशानी के।
दूसरी सबसे खाश बात इस iOS Version में ये थी की अब बिल्ट-इन-ऐप्प्स () को डिलीट किया जा सकता है। मतलब की अब यूजर के पास जायदा फ्रीडम और ऑप्शन मौजूद थे।
iOS 11
iOS 12
iOS 13
iOS 14
आज क्या ज्ञान पाया
तो आज हमने जाना की iOS क्या है? साथ ही ही हमने iOS से जुड़ी और भी मजेदार जानकारी जानने की कोशिश की जैसे की iOS के अलग अलग Versions के बारे में।
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