ब्लॉग लिखने की स्पीड कैसे बढ़ाये?

कई बार जब हम कुछ ब्लोग्स देखते है तो हमारे मन में अक्सर एक बात आती है की इसने इतना बड़ा और अच्छा ब्लॉग बनाया कैसे होगा? क्यूंकि एक समय था जब ये दिक्कत मेरे साथ भी थी। मैंने जब लिखना शुरू किया था तो आप मेरी बात नहीं मानेंगे की में एक हफ्ते में भी एक पोस्ट नहीं लिख पाता था।

लेकिन आज में ऐसा नहीं सोचता क्योंकि मैंने खुद एक बहुत अच्छा ब्लॉग बना रखा है। जब मैंने ब्लॉग्गिंग शुरू की थी तब में मुश्किल से एक हफ्ते में एक ब्लॉग पोस्ट लिख पता था। जिसकी वजह से सब लोग मुझसे आगे निकले जा रहे थे क्योंकि आम तौर पर ब्लोग्गेर्स हफ्ते में 2 से 3 ब्लॉग पोस्ट पब्लिश कर देते है।

ब्लॉग पोस्ट तेज़ लिखने के बहुत फायदे होते है। एक तो आप अपने ब्लॉग के लिया जायदा कंटेंट बना सकते है जिससे की आपके ब्लॉग का ट्रैफिक बढ़ेगा और जायदा ट्रैफिक मतलब जायदा ब्लॉग इनकम। दूसरा आपके पास जायदा फ्री टाइम हो जिसका उपयोग आप अन्य कामों में कर सकते है जैसे दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना।

जीवन में वर्क लाइफ बैलेंस का होना बहुत जरुरी है। वर्क लाइफ बैलेंस का मतलब सभी चीज़ो को उचित समय देने से होता है क्योंकि अगर आप किसी एक चीज़ को जायदा पकड़ेंगे तो दूसरी चीज़ छूट जाएगी। अगर आप भी वर्क लाइफ बैलेंस सीखना चाहते है तो दिए गए लिंक के क्लिक करे।

ब्लॉग लिखने की स्पीड कैसे बढ़ाये?

आज के आर्टिकल में मैंआपको 11 पॉइंट्स देने वाला जिनका पालन करते हुए आप अवस्य ही अपने ब्लॉग लिखने की क्षमता को बढ़ा पाएंगे -

  • टाइपिंग स्पीड बढ़ाये
  • ब्लॉग पोस्ट का ढांचा पहले से बना के रखे
  • Ideas पहले से लिख के रखे
  • ब्लॉग पोस्ट के लिए रिसर्च पहले से करके रखे
  • डिस्ट्रक्शंस से दूर रहे
  • लिखते समय सरल सब्दो का प्रयोग करे 
  • ब्लॉग का लिखना और एडिट साथ मे ना करे 
  • काम के बीच में छोटे छोटे ब्रेक्स अवस्य ले 
  • हर काम की समयसीमा पहले से तय करके रखे 
  • उस समय लिखे जब आप सबसे जायदा प्रोडक्टिव रहते हो

1. टाइपिंग स्पीड बढ़ाये

अगर आप ब्लॉग तेज़ लिखना चाहते है तो सबसे जायदा महत्वपूर्ण तो यही है की आपके हाथो की उंगलिया कीबोर्ड पे तेज चले। जायदातर लोगो की कीबोर्ड टाइपिंग स्पीड बहुत काम होती है क्योंकि लोग पूरे जीवन भर गलत तरह से टाइप करते रहते है।

टाइपिंग स्पीड बढ़ाने का मतलब ये नहीं की आपका पूरा ध्यान केवल टाइपिंग पे हो क्योंकि एक ब्लॉगर का काम केवल टाइपिस्ट का नहीं होता है बल्कि टाइपिंग करते हुए दिमाग का इस्तेमाल करने का भी होता है। एक ब्लॉगर की टाइपिंग स्पीड 60 शब्द प्रति मिनट से ऊपर होनी चाइये। अगर आप इस स्पीड से टाइप कर पाते है तो आप एक घंटे के अंदर 3600 शब्द लिख लिख लेंगे। 

हालाँकि, वास्तविक मे आप 1 घन्टे में इतने शब्द नहीं लिख पाएंगे क्यूंकि आपको केवल एक जगह से दूसरी जगह देख के लिखना नहीं होता है। आपको चीज़ो को अलग अलग जगह से उठाना होता है और उसको अपने हिसाब से बदलना होता है, जिसमे की काफी समाया लगता है। ब्लॉग पोस्ट की औसत लम्बाई1500 शब्दों के करीब होती है जिसे की आप एक घंटे के अंदर आराम से  लिख सकते है। 

सबसे पहले आपको अपनी मौजूदा टाइपिंग स्पीड जाननी चाइये, इसके लिए आप typing.com का इस्तेमाल कर सकते है।  इस वेबसाइट पे आप केवलअपनी टाइपिंग स्पीड ही नहीं जान सकते बल्कि अपनी टाइपिंग स्पीड बढ़ाने पे भी काम कर सकते है।

टाइपिंग स्पीड बढ़ने के लिए नीचे दिए पॉइंट्स पे अमल करे -

  • हाथो की उंगलियों को सही बटन्स पे रखे 
  • बिना कीबोर्ड देखे टाइप करे
  • प्रतिदिन सही प्लेसमेंट के साथ अभ्यास करे

1: हाथो की उंगलियों को सही बटन्स पे रखे 

तेज़ टाइपिंग के लिए आपके हाथो की उंगलियों का कीबोर्ड पे सही प्लेसमेंट होना चाइये। तेज़ टाइपिंग के आपकी सभी उँगलियाँ कीबोर्ड की बीच वाली लाइन (ASDF-JKL;) पे होनी चाइये और अँगूठा स्पेस बार के ऊपर होना चाइये।

अगर आप अपने हाथो की सभी उँगलियों का बराबर इस्तेमाल नहीं कर रहे है, तो मतलब आप टाइपिंग के लिए उँगलियों का पूर्ण इस्तेमाल नहीं रहे है। पूर्ण इस्तेमाल के लिए सही प्लेसमेंट बहुत जरुरी होता है और किस ऊँगली से कौनसा बटन दबाना है पता होना चाइये। 

शुरू में जब आप हाथो की उंगलियों के सही प्लेसमेंट के साथ टाइप करेंगे को आपको बहुत अजीब सा लगेगा और आपकी टाइपिंग स्पीड भी पहले की तुलना में और धीरे हो जाएगी। लेकिन फिर भी आपको उसी तरह से लिखना है। अगर आप रोज अभ्यास करते है तो लगभग एक महीने के अंदर आपकी उँगलियों को आदत पड़ जाएगी।

2. बिना कीबोर्ड देखे टाइप करे

अगर आपने कभी टाइपिस्ट को टाइप करते हुए देखा होगा तो पाया होगा की वो हमेशा स्क्रीन की तरफ देखते रहता है। वो लिखते समय कभी भी कीबोर्ड की तरफ नहीं देखता है क्योंकि उसकी उँगलियों को पता होता है की कौनसा बटन कहाँ है और ऐसा वो अभ्यास की वजह से कर पाता है।

जायदातर लोग बिना नीचे देखे टाइप नहीं कर पाते है जिसकी वजह से वो अपनी टाइप करने की स्पीड नहीं बढ़ा पाते है। आपका ध्यान बार बार ऊपर नीचे होता है जिसमे कुछ समय बर्बाद हो जाता है। आपको भी आज से ही बिना नीचे देखे टाइप करने की प्रैक्टिस करनी चाइये। 

हमेशा सीधे बैठ के टाइप करे क्योंकि कंप्यूटर के सामने सीधे बैठने के बहुत फायदे होते है। ये आपकी रीढ़ की हादी और आँखों के लिए बहुत अच्छा होता है। ब्लॉगर के लिए इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरुरी है क्योंकि उसका समय कंप्यूटर के सामने बहुत जायदा बीतता है।

3. प्रतिदिन सही प्लेसमेंट के साथ अभ्यास करे

अगर आपने कभी गौर किया हो तो आजकल के बच्चे मोबाइल पे बहुत तेजो से टाइप कर लेते है जो की अच्छे अच्छे बड़े नहीं कर पाते है। उनके तेज़ टाइप करने की वजह ये की वो लोग बचपन से ही मोबाइल पे टाइप करते हुए आ रहे है। 

अगर हम सभी लोगो को भी बचपन में ही कंप्यूटर मिल गया होता तो शयद हमारी भी टाइपिंग स्पीड अच्छी होती लेकिन जायदातर लोगो ने कंप्यूटर का इस्तेमाल बड़े होने पे सीखा होता हो जिसकी वजह से उनकी टाइपिंग स्पीड अच्छी नहीं होती है।

आप में जयदार लोगो ने एक दोहा सुना होगा "करत करत अभ्यास के, जड़मति होत सुजान", जिसका अर्थ है की अभ्यास से असंभव काम भी संभव हो जाता है इसलिए आप लोग भी आज से ही टाइपिंग का अभ्यास शुरू कर दे। 

2. Ideas को पहले से लिख के रखे 

जब आप ब्लॉग पोस्ट लिखने बैठे तो ऐसा ना हो की आपका जायदातर समय सोचने या रिसर्च करने में ही निकल जाये। इसलिए इन दोनों कामो को पहले से कर के रखे और ब्लॉग पोस्ट लिखते समय आपका पूरा फोकस लिखने पे होना चाइये।

साथ ही अगर आप पहले से आइडियाज लिख के रखेंगे तो ब्लॉग पोस्ट लिखते समय आप कोई महत्वपूर्ण पॉइंट मिस नहीं करेंगे और साथ ही आपके लिखने में निरंतरता आएगी।

3. Distractions से दूर रहे 

आज के आधुनिक समय मे डिस्ट्रैक्शंस हमेशा आपके इर्द गिर्द रहते है जिनकी वजह से लोग किसी भी काम पे ठीक से ध्यान केंद्रित करके काम नहीं कर पाते है। वहीँ अगर आपका काम मोबाइल और कंप्यूटर पे है तो आप डिस्ट्रक्शंस से और भी पास है। यही वजह की आज लोग अपना बहुत सारा समय व्यर्थ की चीज़ो में बर्बाद कर देते है।

जब भी लोग काम करने बैठते है तो उनका मन एक बार फेसबुक और यूट्यूब खोल के चेक करने का करने लगता है। आज के समय के सबसे बड़े डिस्ट्रक्शन फेसबुक, यूट्यूब और शार्ट वीडियोस प्लेटफार्म बन चुके है जिनसे आपको किसी भी हालत में बचना चाइये। वरना देखते देखते कब आप अपना एक दो घंटे बर्बाद कर देंगे आपको पता भी नहीं चलेगा।  

अगर आप जीवन में सफल होना चाहते है तो आपको डिस्ट्रक्शंस से दूर रहना चाइये। मैं ये नहीं कह रहा हूँ की आप यूट्यूब, फेसबुक या किसी अन्य चीज़ का इस्तेमाल करना छोड़ दे। बल्कि, हर चीज़ को करने का एक समय बाँट दे जिससे की कोई भी चीज़ आपका इस्तेमाल ना कर पाए।  

एक बार जब आप चीज़ो को एक निर्धारित समय के साथ करना शुरू कर देंगे तो आप देखेंगे की आप पहले से अच्छा और जायदा काम कर पा रहे है। एक बार में एक चीज़ पे ध्यान केंद्रित करना सीखे, ऐसा ना हो की ब्लॉग पोस्ट लिखते समय आपका मन मूवी देखने या कुछ और करने का करे। अगर ऐसा होगा तो आपको ब्लॉगर बनने में बहुत मुश्किल आने वाली है। 

परेशानिया यहाँ ख़तम नहीं होती है आपकी दिक्कतें और बढ़ जाती है अगर आप हर पर रह के ही काम करते है।  ऐसे मे हो सकता है की अगर घर पर टीवी चल रहे हो तो आपका भी देखने का मन करने लगे, या आपका एक छोटा बच्चा हो जिसके साथ आपका खेलना का मन होने लगे, या जाके बिस्तर पर सोने का, या जल्दी से जाके कुछ खाने का।

ये सिवा भी बहुत सरे डिस्ट्रैक्शंस होते है जैसे की टेलेविज़न, मोबाइल फ़ोन, शोर शराबा, छोटे बच्चे का होना, आदि। इनमे से आप सभी तो  खत्म नहीं कर सकते लेकिन उन्हें कम जरूर कर सकते है। हर इंसान को दिन में कम से कम 6 घंटे मन लगा के काम करना चाइये तभी आप जीवन में कुछ हांसिल करने की सोच सकते है। 

डिस्ट्रैक्शंस से कैसे बचे 

ब्लॉग पोस्ट लिखते समय डिस्ट्रैक्शंस से बचने के लिए आप नीचे दिए 5 तरीकों का इस्तेमाल कर सकते है -

  • शांत जगह काम करे 
  • डिस्ट्रैक्ट करने वाली सभी वेबसाइटों को ब्लॉक कर दे
  • ऑफलाइन होके ब्लॉग पोस्ट लिखे
  • सभी अन्य कामों को निपटा के लिखने बैठे
  • पोमोडोरो तकनीक का इस्तेमाल करे 

(i). शांत जगह काम करे 

कभी भी ऐसी जगह काम ना करे जहाँ बहुत जायदा शोर शराबा हो क्यूंकि ऐसा करने से प्रोडक्टिविटी ख़राब हो जाती है। क्यूंकि अगर माहौल शांत नहीं होगा तो हो सकता है बार बार आपका ध्यान काम करते हुए उधर को चले जाये। और जब ध्यान इधर उधर होगा तो हो सकता है आप कुछ अच्छे विचार (Ideas) मिस कर दे। अगर आप घर से काम करते है तो एक कमरा ऐसा बना ले जहाँ आप बस काम करने जाते हो, और जहाँ आपको कोई छेड़ने ना आये और ना ही कैसा भी शोर शराबा हो।

और अगर आप ऑफिस या को-वर्किंग स्पेस मे काम करते है तो अपने साथ काम करने वाले को बोल सकते की जब आप कुछ लिख रहे हो कंप्यूटर पे तो आपके पास ना आये जब तक कुछ जरूरी ना हो।
अगर आप ऐसी जगह नहीं ढून्ढ पा रहे है तो आप लाइब्रेरी का भी इस्तेमाल कर सकते है क्यूंकि वो हमेशा शांत होती है, जो काम करने के लिए बहुत ही अच्छा है।

मैंने अक्सर देखा है की लोग कुछ काम करते हुए गाने सुनते है, उनको ऐसा करने में बड़ा मजा आता है। इसमें कोई शक नहीं की ऐसा करने में मजा आता होगा परन्तु ऐसा करने से आपकी विचार प्रक्रिया (थॉट Process) में कहीं ना कहीं बढ़ा आती है। और ये आपको लिखने में भी धीमे करता है।

हमे गाने जब ही सुनने चाइये जब हम कोई बिना दिमाग वाला काम कर रहे हो या कोई बार बार दोहराने वाला काम जैसे की कसरत (Gym) करना, खाना बनाना, नहाना।

(ii). डिस्ट्रैक्ट करने वाली सभी वेबसाइटों को ब्लॉक कर दे

बहुत सरे लोगो को कुछ गलत आदतें लग जाती है जैसे की बार बार कुछ वेबसाइटों पे जेक अपना समय बर्बाद करना। और में आपसे झूठ नहीं बोलूंगा में भी उनमे से एक था। अगर आपके साथ भी ऐसा है की काम के बीच आप भी इन वेबसाइटों को जेक खोल के देखते है तो इन्हे ताला लगा दीजिये।  ताला लगाने से मेरा मतलब है की सॉफ्टवेयर की सहायता से इनको ब्लॉक कर दीजिये अपने काम करने वाले टाइम पे।

ऐसी ही एक क्रोम प्लगइन है जिससे आप ये कर सकते है।  

(iii). ऑफलाइन (Offline) होक लिखे 

अगर आप काम ऑफलाइन रह के कर सकते है तो आप ये तरीका भी अपना सकते है।  क्यूंकि सबसे जायदा Distraction ऑनलाइन (Online) ही होते है। पर अगर आपका काम ऐसा है की आपको बहुत जायदा रिसर्च की जरूरत पड़ती है तो ये तरीक आपके लिए नहीं है या आप पहले से सब रिसर्च करके रखे।

(iv). सभी अन्य कामों को निपटा के लिखने बैठे

कुछ लोगो की ऐसी आदत पड़ जाती है की एक काम करते समय वो लोग दुसरे कामो के बारे में सोचते है की उसको भी करना है। ये आदत बहुत ही गन्दी है क्यूंकि जब आप एक समय में दो काम नहीं कर सकते तो सोचना कैसा।  अगर वो काम इतना जायदा जरूरी है तो जाके वो करिये फिर आके लिखिए वरना बैठ के लिखिए बिना उस काम के बारे में सोचे। असल में हमारा दिमाग ऐसा होता है की वो काम नहीं करना चाहता है तो वो फिर नए नए Ideas देता है काम से बचने के लिए। तो आप थोड़ा अपने दिमाग को नियंतरण (Control) करना सीखे। दिमाग पे काबू पाने के लिए आप ध्यान (Meditation) का रास्ता अपना सकते है।

(v). पोमोडोरो तकनीक का इस्तेमाल करे

4. अपनी पोस्ट का ढांचा (Outline) पहले से बना के रखे 

में जब भी कोई नई पोस्ट लिखता हूँ तो पहले से उसका ढांचा बना के रख लेता हूँ। जब आप ऐसा करते है तो आपकी पोस्ट एक Structured तरीके से लिखी होती है जो आपके पॉइंट्स (पॉइंट्स) को सही साबित करने में सहायता करती है। आप अपने हर पॉइंट पे अच्छे से रिसर्च कर सकते है जो आपकी पोस्ट को एक मजबूत और प्रोफेशनल रूप देती है।

ये कोई बहुत बड़ा काम नहीं है इसलिए आपको भी ऐसा करना चाइये। इसमें बस आपको Secondary Headlines (H2) लिखनी चाइये और उन सब में कुछ कुछ जरूरी पॉइंट्स।

तो जब ये तैयार होगा तो आपको लिखते टाइम सोचना नहीं होगा की कहीं कोई पॉइंट छूट ना जाये। आपको बस अपनी पोस्ट के ढांचे से पॉइंट को पढ़ना है और बस लिखते चले जाना है जो की आपकी लिखने की स्पीड बढ़ने में बहुत मददगार साबित होता है।

5.रिसर्च पहले से करके रखे 

6. लिखना और उसे एडिट (Edit) करना साथ मे ना करे 

जब आप लिखते है तो आप पे दो विकल्प होते है। पहला, आप एक पैराग्राफ लिखे और फिर उसे एडिट करने बैठ जाये।  दूसरा, एक बार आप पूरी पोस्ट लिख ले और फिर उसे एडिट करे।

अगर आप ऐसे लिखेंगे की एक वाक्य या अनुच्छेद के बाद उसे एडिट करने बैठ जायेंगे तो आपका दिमाग बार बार काम बदल रहा होगा जिससे की लिखने की गति ख़राब होती है।

7. छोटे छोटे ब्रेक्स (Breaks) ले अपने दिमाग तो ताज़ा करने के लिए

क्यूंकि हम इंसान है इसलिए हम थकते भी है, और थकान बस हमारे शरीर में नहीं होती है बल्कि हमारे दिमाग में भी होती है। इसलिए हमे छोटे छोटे ब्रेक्स के साथ काम करने चाइये।

हर इंसान की एक क्षमता होती है की एक बार में बैठ के वो कितना काम कर सकता है। कुछ लोगो की यह बस कुछ मिनट होती है वही कुछ लोगो की ये कई घंटे होती है। और ये हर काम की अलग होती है, जो काम आपको करना अच्छा लगता है वो आप जायदा देर तक कर सकते है, और जो नहीं पसंद आता है उससे बस हम जल्दी से जल्दी फ्री होना चाहते है।

में यहाँ एक तकनीक के बारे में बताने जा रहा हूँ जिसे टमाटर तकनीक (Tomoato Technique) बोलते है। इसकी रचना फ्रांसेस्को सिरिल्लो ने की थी। इसमें आपको २५ मिनट के लिए टाइमर सेट करना है और बिना रुके अपना काम करना है और अगर कोई और काम याद आता है तो उसे कागज़ पे लिख ले। जब २५ मिनट पूरे हो जाये तो ५ मिनट का ब्रेक ले जिसमे आप चाय, कॉफी पे सकते है या बहार जेक ताजी हवा भी ले सकते है। इसी तरह आपको २५-२५ मिनट के लिए चार बार बैठना है और फिर एक लम्बा ब्रेक लेना है जो की २० से ३० मिनट के बीच हो सकता है। इस तरह एक बार फिर आपका दिमाग बिलकुल ताज़ा हो जायेगा दिमाग में नयी जानकारी लेने के लिए।

8. अपने काम की समयसीमा पहले से ही तय करके रखे 

में आपको एक उदाहरण देता हूँ। आपको याद होगा जब आप कॉलेज में थे तो आप परीक्षा से पहले बहुत जायदा पढ़ लेते थे वही पे अगर आप पूरी साल भी पढ़ने की कोशिश करते थे तो भी उतना नहीं पढ़ पते थे। क्या आपने कभी सोचा है ऐसा क्यों होता है ?

9. दिन के उस समय लिखे जब आप सबसे जायदा प्रोडक्टिव (Productive) रहते हो

अगर आपने ध्यान दिया हो तो आपने देखा होगा की कुछ लोगो को दिन में काम करना पसंद होता है वहीँ पे कुछ लोगो को रात में। और ऐसा लोग इसलिए करते है क्यूंकि वो उस समय अच्छा काम कर पाते है, मतलब उनकी प्रोडक्टिविटी बहुत उस समय जायदा रहती है।

जिन लोगो को रात में काम करना पसंद होता है उनको हम रात का उल्लू (Night Owl) भी बोलते है , वही जिन लोगो को दिन में काम करना पसंद होता है उन लोगो को हम प्रारंभिक पक्षी (Early Bird) बोलते है।
तो अगर रात में जायदा प्रोडक्टिव होते है तो रात में लिखिए, परन्तु अगर आप दिन में जायदा प्रोडक्टिव है तो आपको दिन में लिखना चाइये। या यह भी हो सकता है की आप ना दिन में ना रात में प्रोडक्टिव होते हो, आप दोपहर या शाम को बहुत जायदा प्रोडक्टिव होते हो तो आपको इस समय लिखना चाइये।

यह समझना बहुत ही आसान है अगर में आपको बहुत सारा समय दे दू पर उस समय आप अपना काम ध्यान से ना कर पा रहे हो। और वहीँ दूसरी ओर आपको बस एक घंटा दूँ जहाँ आप बहुत ध्यान के साथ काम कर रहे हो, तो आप पहले की तुलना में यहाँ जायदा काम कर लेंगे।

10. आसान सब्दो का प्रयोग करे

क्या आपने कभी लिखने पे ध्यान दिया है? क्या आप बार बार शब्दों को लिखते है ओर उसे मिटा देते है, ओर फिरसे कोई नया शब्द लिखते है।  इस सोच में की इस बार आप एक परफेक्ट शब्द लिख देंगे।

में कहता हूँ की आपको ऐसा बिलकुल नहीं करना चाइये। क्यूंकि आप ऐसा करके बस अपना समय बर्बाद कर रहे है।

कभी भी दिखावा करने की कोशिश ना करे बल्कि हमेशा आसान भासा में लिखने की कोशिश करे जिससे हर कोई आपकी बात आसानी से समझ जाये।

लोगो के पास कभी इतना समय नहीं होता की वो आपकी पोस्ट का लिखा एक एक शब्द पे ध्यान दे। जब भी कोई इंसान पढता है तो पोस्ट में लिखे सरे शब्द कभी नहीं पढता बल्कि कुछ ही शब्द पढता है बाकि दिमाग खुद से उसे पूरा करके समझ लेता है। ओर जो लोग तेज़ पढ़ते है वो लोग तो अक्सर ऐसा ही करते है।

अगर आप कठिन शब्द लिखेंगे तो पढ़ने वाले को उसे पढ़ने में जायदा समय लगेगा, क्यूंकि आप वही चीज़ तेज़ पढ़ पाते है जिसे आप अक्सर देखते रहते है।

तो कठिन शब्दों को ढूंढ़ना ना ही आपका समय बरबाद करेगा बल्कि पड़ने को का भी। इसलिए आसान शब्दों का प्रयोग करके दोनों का समय बचाये, जो शब्द मन में आये उसे बेहिजक लिखे।

11. अभ्यास, अभ्यास और अभ्यास 

ये सबसे जायदा जरूरी पॉइंट है। अगर आप मेरी बात भी मानते है ओर ऊपर दिए हुए सारे स्टेप्स अच्छे से मानते है फिर भी आप शायद तेज़ ना लिख पाए क्यूंकि हर चीज़ अभ्यास से ही अच्छी होती है। 
तेज़ ओर अच्छा लिखना अभूत जायदा मेहनत मांगता है , इसलिए अभ्यास करते रहिये ऊपर दिए हुए सारे पॉइंट्स का।

मुझे नहीं पता आप जानते है की नहीं, परन्तु मैल्कम ग्लैडवेल ने कहाँ है की अगर किसी भी क्षेत्र में आप विशेषज्ञ या मास्टर बनना चाहते है तो उसमे आपको 10,000 घंटे का अभ्यास करना होगा।

तो आप निराश मत होइएगा अगर आज आप एक घंटे में बस ४०० शब्द भी लिख पते होये तो, कल ये ४५० होगा, फिर ५००, और फिर ६०० और ऐसे ही बढ़ता जायेगा।

अगर आप अभ्यास करते रहेंगे तो मेरा मानना है आप एक साल के भीतर ही आराम से एक घंटे में 1000 - १५०० शब्द लिख लिया करेंगे।

निष्कर्ष

अगर आप मेरे बताये हुए कुछ स्टेप्स ही फॉलो करले तो कुछ ही दिनों में आपकी लिखने की स्पीड कम से कम 15% तक बढ़ जाएगी।

अगर में मानु की आप हर रोज ५०० शब्द हर घंटे की स्पीड से  चार घंटे लिखते है और हफ्ते में पांच दिन ही काम करते है, तो आप इस तरह एक हफ्ते में २० घंटे लिखते है। और अगर आप मेरी बात मानते है तो आपकी स्पीड १५% बढ़ जाएगी, जिससे हर हफ्ते आप १५०० शब्द जायदा लिख रहे होएंगे। मतलब हर हफ्ते एक आर्टिकल जायदा लिख रहे होएंगे आप और हर साल ५२ आर्टिकल्स जायदा लिख रहे होएंगे वो भी पहले कोई जायदा समय खर्च किये हुए।

Rahul Singh
Hey, I'm Rahul Singh, a tech enthusiast who loves staying up to date with the latest gadgets and cutting-edge technologies. In my free time, I enjoy reading biographies, as I find the lives of accomplished individuals to be incredibly inspiring. I believe blogging is the perfect way to combine my two passions and share my knowledge with all of you.

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