भारत में कैसे Business शुरू करे

भारत में हर साल करोड़ो लोग अपना खुद का बिज़नेस शुरू करने का सपना देखते है। लेकिन अंत में कुछ लाख लोग ही अपना खुद का बिज़नेस  शुरू कर पाते है। इसमें से जायदातर लोगो को बिज़नेस की अच्छी समझ भी नहीं होती है जिसकी वजह से बहुत से लोगो का बिज़नेस पहले साल ही बंद हो जाता है।

बहुत सारे लोग अपना खुद का बिज़नेस बस इसलिए शुरू नहीं कर पाते है क्यूंकि उन्हें पता ही नहीं होता है की बिज़नेस कैसे शुरू करे? इसलिए ऐसे लोगो के लिए हम आज का आर्टिकल लिख रहे है, जिससे वो भी सीख पाए की भारत में बिज़नेस कैसे करे?

Business कैसे शुरू करे

1. मार्केट रिसर्च करे

किसी भी बिज़नेस को शुरू करने से पहले मार्किट रिसर्च करना बहुत जरुरी होता है क्यूंकि इससे ये पता चलता है की Opportunity को कामयाब बिज़नेस में बदला जा सकता है या नहीं।

इसकी मदद से आप संभावित ग्राहक (Potential Customer), और जो बिज़नेस पहले से उस छेत्र में है उनके बारे में जानकारी हांसिल करते है। इस जानकारी का इस्तेमाल करते हुए आप सही दिशा में मार्केटिंग कर सकते है।

माक्रेट रिसर्च का इस्तेमाल करते हुए कस्टमर ढूंढे

किसी भी बिज़नेस को चलाने के लिए आपको अपने कस्टमर के बारे में जायदा से जायदा पता होना चाइये। अगर आपको ये पता होगा की आपका कंस्यूमर बेस क्या है तो आप उन्हें अच्छे से टारगेट कर पाएंगे। साथ ही आपको इकनोमिक कंडीशंस का अच्छे से पता होना चाइये की कैसे ये आपके बिज़नेस को एफेक्ट कर सकती है।

आपको अपने कस्टमर के बारे में जायदा से जायदा डेमोग्राफिक इनफार्मेशन इक्कट्ठी करनी चाइये, क्यूंकि इससे आपको ये समझ आ जायेगा की क्या चीज़े आपके हक़ में है क्या चीज़े आपके विरुद्ध। डेमोग्राफिक इनफार्मेशन में कई चीज़े होती है जैसे की - उम्र, दौलत, फैमिली, रूचियाँ, आदि।

आपको इन सवालो के उत्तर जरूर देने चाइये कोई भी बिज़नेस शुरू करने से पहले, क्यूंकि इससे आप मार्किट को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे -

  • डिमांड - क्या आप जो प्रोडक्ट या सर्विस देने की सोच रहे है उसकी मार्किट में डिमांड है की नहीं?
  • मार्केट साइज - जो प्रोडक्ट और सर्विस आप देने की सोच रहे है उसमे कितने लोग इंटरेस्टेड है?
  • इनकम - आप जिन लोगो को अपना प्रोडक्ट या सर्विस देने की सोच रहे है वो किस इनकम रेंज में आते है?
  • लोकेशन - आपके Customers कहाँ रहते है और आप अपना बिज़नेस उन तक कैसे पहुचायेंगे?
  • कॉम्पिटिटर्स  - आपके जैसे और कितने बिज़नेस मार्किट में है जो उन्हें वही प्रोडक्ट और सर्विस दे सकते है?
  • प्राइसिंग - आप जिन्हे अपना कस्टमर बनाना चाह रहे है वो Alternative प्रोडक्ट या सर्विस को कितने पैसे दे रहे है 

अगर आप अपने बिज़नेस में मार्केट ट्रेंड्स को समझना चाहते है तो आपको खुद मार्केट में जाके देखना चाइये की लोगो को किस तरफ जायदा झुकाव है और लोग क्या जायदा पसंद कर रहे है। अगर आपको ये समझ आ गया तो आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते है।

हालाँकि इंटरनेट पे कुछ फ्री Resources है मार्केट रिसर्च और डेमोग्राफिक डाटा पे लेकिन जायदातर वो अपडेटेड नहीं होते है। तो इस तरह का डाटा आप बस ब्रॉड मार्केट रिसर्च करने के लिए कर सकते है।

इसलिए अच्छी टारगेटईड मार्केट रिसर्च के लिए आपको खुद मेहनत करनी पड़ेगी और इसमें टाइम भी बहुत लगता है लेकिन इसका फायदा भी होता है बिज़नेस में। अगर आप बिज़नेस में सफलता पाना चाहते है तो आपको जेफ्फ बेज़ोस से कंस्यूमर एक्सपीरियंस के बारे में सीखना चाइये। जितना बेहतर कंस्यूमर एक्सपीरियंस होगा उतना जायदा लोग आपकी कंपनी को पसंद करेंगे।

अगर आप सीधे रिसर्च करना चाहते है तो आप ये तरीके अपना सकते है -

  • Surveys
  • सोशल मीडिया ग्रुप्स में सवाल पूछ कर
  • Interviews

2. बिज़नेस प्लान लिखे

बिज़नेस प्लान एक नीव की तरह काम करता है। इसके जरिये आप बिज़नेस की स्ट्रक्टरिंग करते है और ये भी तय करते है की किस तरह आप अपना बिज़नेस बढ़ाएंगे।

इसका सबसे बड़ा फायदा इन्वेस्टर्स को समझाने में आता है की वो क्यों आपके बिज़नेस में इन्वेस्ट करे क्यूंकि बिज़नेस प्लान में आपके पास पूरी डिटेल्ड रिसर्च होती है की आपके बिज़नेस का कंस्यूमर बेस कितना रहेगा, कैसे और कितना प्रॉफिट आप निकालेंगे बिज़नेस से।

बिज़नेस प्लान का फॉर्मेट चुने

बिज़नेस प्लान लिखने का कोई एक सही तरीक नहीं है। इसे आप कई तरीके से लिख सकते है। बिज़नेस प्लान में सबसे जायदा जरुरी है की आप बिज़नेस से जुड़ी सभी जरुरी बातों पे चर्चा करें करे।

वैसे तो बिज़नेस प्लान कई तरीके से लिखा जा सकता है लेकिन फिर भी इसे हम दो तरीको में बाँट सकते है - ट्रेडिशनल बिज़नेस प्लान और लीन बिज़नेस प्लान

Traditional Business Plan जायदा चर्चित है क्यूंकि लगभग सभी इन्वेस्टर्स इसी को मांगते है। इनको लिखने का एक स्टैण्डर्ड तरीका होता है, और आप हर पॉइंट के बहुत ही डिटेल चर्चा करते है। इनको बनाने में काफ़ी समय लगता है क्यूंकि इसमें बहुत ही रिसर्च करनी पड़ती है और साथ में बहुत बड़े भी होते है।

Lean Business Plan का बहुत ही काम इस्तेमाल होता है। हालाँकि, इनको लिखने का भी एक स्टैण्डर्ड स्ट्रक्चर होता है। इसके अंदर हम बस बहुत ही जरुरी एलिमेंट्स पे चर्चा करते है। इसलिए ये एक से दो पन्नो में ख़तम हो जाता है और बनाने में भी बहुत काम समय लगता है।

3. बिज़नेस के लिए फण्ड इकठ्ठा करे

किसी भी बिज़नेस को शुरू करने से पहले एक कैपिटल फण्ड की जरुरत पड़ती है। ये कैपिटल फण्ड कितना होगा इसका अंदाज़ा आपने बिज़नेस प्लान में लगा ही लिया होगा। 

अगर आपके पास खुद का कैपिटल फण्ड है तो इससे अच्छा कुछ नहीं। लेकिंग अगर नहीं है तो या तो आपको फंड जुटाना पड़ेगा इन्वेस्टर्स से या आप किसी से उधार ले। हालाँकि आज के समय में कैपिटल फण्ड जुटाना कोई बड़ी बात नहीं है अगर आपके पास एक अच्छा बिज़नेस प्लान है।

4. बिज़नेस के लिए फण्ड इकठ्ठा करे

किसी भी बिज़नेस को शुरू करने से पहले एक कैपिटल फण्ड की जरुरत पड़ती है। ये कैपिटल फण्ड कितना होगा इसका अंदाज़ा आपने बिज़नेस प्लान में लगा ही लिया होगा।

अगर आपके पास खुद का कैपिटल फण्ड है तो इससे अच्छा कुछ नहीं। लेकिंग अगर नहीं है तो या तो आपको फंड जुटाना पड़ेगा इन्वेस्टर्स से या आप किसी से उधार ले। हालाँकि आज के समय में कैपिटल फण्ड जुटाना कोई बड़ी बात नहीं है अगर आपके पास एक अच्छा बिज़नेस प्लान है।

5. बिज़नेस के लिए लोकेशन चुने

बिज़नेस की लोकेशन चुनना एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय होता है, क्यूंकि इसपे बिज़नेस की कामयाबी निर्भर करती है।

चाहे आप ईंट और पत्थर से बानी हुयी लोकेशन चुन रहे हो या ऑनलाइन स्टोर की, बिज़नेस की लोकेशन आपका रेवेनुए, टैक्स, और कानूनी आवश्यकताएं जैसी जरुरी चीज़े तय करेगी।

6. बिज़नेस स्ट्रक्चर चुने

सही बिज़नेस स्ट्रक्चर चुनना एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। बिज़नेस स्ट्रक्चर, कंपनी में आपकी हिस्सेदारी तय करेगी और साथ ही हर रोज कंपनी में लेने वाले फैसले।

इतना ही नहीं आपकी कंपनी के Taxes इसपे निर्भर करेंगे, आप इन्वेस्टर्स से कितने पैसे उठा सकते है, और कंपनी के कार्यो के लिए आप कितने जिम्मेदार होएंगे।

7. बिज़नेस का नाम चुने

किसी भी कंपनी का नाम उसके बारे में बहुत कुछ बता देता है। लेकिन एक अच्छा नाम चुनना बहुत मुश्किल काम होता है। इसलिए आपको कंपनी का नाम थोड़ा समय लेकर सोच समझ कर रखना चाइये।

कंपनी का नाम कुछ ऐसा रखे जिससे कंपनी का काम जुड़ पाए। हालाँकि, ऐसा बहुत जरुरी भी नहीं है, लेकिन कंपनी से जुड़ा कोई ना कोई पहलू जोड़ने की कोशिश करे। साथ ही एक बात का और ध्यान रखे की आपका नाम पहले से किसी और कंपनी ने इस्तेमाल ना कर रखा हो, क्यूंकि इससे आपको कानूनी दिक्कतें भी आ सकती है।

8. बिज़नेस रजिस्टर कराये

अच्छा सा नाम चुनने के बाद अगला कदम होता है कंपनी को रजिस्टर कराना और उस नाम को कानूनी तौर पे अपना बना लेना जिससे कोई और उस नाम को इस्तेमाल ना कर पाए।

9. बिज़नेस के लिए बैंक अकाउंट खोले

बिज़नेस बैंक अकाउंट का होना बहुत जरुरी है क्यूंकि इससे आप कानूनी दिक्कतों से बचेंगे, साथ में टैक्स और पैसो के लें दें में आसानी रहेगी। आप आसानी से बिज़नेस के खर्चे और कर्मचारियों की सैलरी को लीगल तरीके से रख पाएंगे।

आज क्या ज्ञान पाया

तो आज हमने जाना की बिज़नेस कैसे शुरू करे? साथ ही हमने बिज़नेस करने के फायदे और नुक्सान भी जाने क्यूंकि बिज़नेस करना हर व्यक्ति के बस की बात नहीं है।

अगर अब भी आपके मन में किसी भी तरह का प्रशन हो तो हमे नीचे कमेंट में जरूर बताये। हम आपके प्रशन का जल्द से जल्द उत्तर देने का प्रयास करेंगे।

तो दोस्तों अगर आपको हमारी पोस्ट - बिज़नेस कैसे शुरू करे, अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ Share जरूर करे। इससे आपके दोस्तों को भी कुछ अच्छा सीखने को मिलेगा। भविस्य में ऐसे आर्टिकल पढ़ते रहने के लिए हमारे ब्लॉग को Follow जरूर करे।

Rahul Singh
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